पैसा
सब कुछ तो है , पर कुछ नही आज इंसान इंसान को देख कर खुश नही यही है दोस्त इस कलयुग का सच नोटो का हैं बस दम यहां , उसके बिना तुम कुछ नही।
तू
तू करे नफरत , मैं निभाऊं मोहब्बत। तू छोड़े साथ , मैं पकडू हाथ। तू तोड़े वादे , मैं जोडू दिल। तू रुलाए रोज , मैं बनाओ अफसोस। तू जाती भी नहीं , साथ मेरे आती भी नही। तू करदे खत्म आज इसे यही ,मुझे नहीं हैं अब तेरे पे यकीन
भगवन हो तुम
जो लफ्जो से ना बोला जाए वो एहसास हो तुम। मेरी हर बात का जवाब हो तुम। कभी ना मिलने वाला ख्वाब हो तुम। सुभा शाम तेरा नाम लू मेरा ज्ञान हो तुम। सही और गलत के बीच की पहचान हो तुम। हर मुश्किल का समाधान हो तुम। जन्म लिए उस बच्चे की पहली मुस्कान हो तुम। मां के रूप में दिया चमत्कार हो तुम। इसलिए तो इंसान नही भगवान हो तुम।
मां का दर्द
ककतनी उदासी थी उनकी बुजुगद आंखो में जो कहना चाहा रही थीं, की koi तो हाल पूछलो मेरा सालों हो गए इंतजार में बैठे , ये सोचते सोचते की आज आएगा और ले जाएगा मेरा बेटा एसा कौन सा जख्म हों गया था मेरे को श्जसे देखते ही वो मरता छोड गया था मेरे को एसी कौन सी कमी छोडी थी मैंने अपने लाड में जो तुझे तरस भी ना आया अपनी मां के प्यार में मशकायत नहीं कर रहीं बस दखु ी थीं बुजुगद तूभी होगा इस बात की खुशी थी।