पाकीज़ा by अंकित अरोरा
अनार के दाने कुछ, पाकीज़ा में सजा रखे हैं मुलाक़ात हो तुम्हारी तो उन्हें उनकी मंज़िल तक पहुंचा देना। कवि जो की एक *डरा सेहमा पति* है, अपनी पत्नी को इशारों में कहना चाह रहा है की, अनार से निकालते हुए कुछ दाने *सिंक* में गिर गए हैं, बर्तन धोते हुए मिलें तो डस्टबिन में डाल देना। ?