व्याह दी सालगिरह by अंकित अरोरा
पंजाबी गीत : अंकित अरोरा वल्लों। कट गए यारा साल, के हो गई बल्ले बल्ले हसदे रोंदे नाल, के हो गई बल्ले बल्ले। तू मैनु झेलया, मैन तैनू रोल्या पर एक दूजे नाल बँधी गाँठ नू किसी ने ना खोल्या। बन्नी रवे ए गँड़ होर सठ साल नू, दबावां मैन पैर तेरे, तू लावें तेल मेरे बाल नू। मैं रवाँ वढ़िया जवाई, तू रवें वधिया बनके नू। ते रल मिल पालिये असी, सोहने पुत नू। खा लओ कसम आज के गलतियां हर पल कढ़नीआं नहीं। होवें छोटी मोटी गल ते ऐवेन ही झगड़ना नहीं। होवेगी अपनी वी कोठी अज तों कुज साल नू, तद तक ऐस बसेरे विच बहे कोई आंसू नहीं।